ज्योतिष के अनुसार विश्व में आने वाली त्रासदियों की भविष्यवाणी 2025
Prediction 2025 According to astrology based on Panchang 2025
Dr. Prashanth
6/19/20251 min read


ज्योतिष के अनुसार विश्व में आने वाली त्रासदियों की भविष्यवाणी 2025
प्रस्तावना
ज्योतिष शास्त्र एक प्राचीन विद्या है जो ग्रहों, नक्षत्रों और राशियों के आधार पर भविष्य में घटने वाली घटनाओं का विश्लेषण करती है। वैदिक ज्योतिष और समकालीन खगोल विज्ञान के संयोजन से हम आने वाले समय में विश्व को प्रभावित करने वाली संभावित त्रासदियों का पूर्वानुमान लगा सकते हैं। ग्रहों की चाल, गोचर और योगों के आधार पर कुछ ऐसी घटनाएँ हो सकती हैं जो मानव जाति के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होंगी।
इस लेख में, हम ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर विश्व में आने वाली संभावित प्राकृतिक आपदाओं, आर्थिक संकटों, राजनीतिक उथल-पुथल और स्वास्थ्य संबंधी महामारियों के बारे में चर्चा करेंगे।
1. ग्रहों की स्थिति और उनका प्रभाव
ज्योतिष में नौ ग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु) की चाल मानव जीवन और प्रकृति पर गहरा प्रभाव डालती है। कुछ विशेष योग जैसे कालसर्प योग, शनि की साढ़ेसाती, मंगल का अस्त होना, ग्रहण योग आदि अशुभ घटनाओं का संकेत देते हैं।
कुछ प्रमुख ग्रहीय योग जो त्रासदी का संकेत देते हैं:
शनि-मंगल का युति योग: यह युद्ध, हिंसा और प्राकृतिक आपदाओं का कारक होता है।
राहु-केतु का प्रभाव: यह अचानक आने वाली दुर्घटनाओं, महामारियों और भूकंपों का संकेत देता है।
गुरु-शनि का संयोग: यह आर्थिक मंदी और राजनीतिक अस्थिरता ला सकता है।
2. June-Dec 2025 में संभावित वैश्विक त्रासदियाँ
(A) प्राकृतिक आपदाएँ
1. भूकंप और सुनामी
ज्योतिष के अनुसार, शनि और राहु की स्थिति भूगर्भीय हलचलों को प्रभावित करती है। 2025 में, जापान, इंडोनेशिया, कैलिफोर्निया और हिमालयन क्षेत्र में बड़े भूकंप आने की आशंका है। केतु के प्रभाव से समुद्री तटीय क्षेत्रों में सुनामी की संभावना भी बनी हुई है।
2. ज्वालामुखी विस्फोट
मंगल और राहु के संयोग से ज्वालामुखी गतिविधियाँ बढ़ सकती हैं। इटली (माउंट एटना), हवाई (किलाउआ) और आइसलैंड में विस्फोट की आशंका है।
3. चक्रवात और बाढ़
चंद्रमा और शुक्र के अशुभ प्रभाव से अत्यधिक वर्षा और चक्रवाती तूफान आ सकते हैं। भारत, बांग्लादेश, अमेरिका और यूरोप के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
(B) स्वास्थ्य संकट और महामारियाँ
राहु-केतु के प्रभाव से नई बीमारियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।
2025 के आसपास एक नए वायरस के फैलने की आशंका है, जो COVID-19 जैसा ही खतरनाक हो सकता है।
जलजनित बीमारियाँ और वायु प्रदूषण से होने वाली समस्याएँ बढ़ेंगी।
(C) आर्थिक संकट
शनि और गुरु की स्थिति वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगी।
2025 में अमेरिका, चीन और यूरोप में आर्थिक मंदी देखने को मिल सकती है।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी उतार-चढ़ाव होगा।
(D) राजनीतिक उथल-पुथल
मंगल और राहु के संयोग से कई देशों में हिंसक विरोध प्रदर्शन होंगे।
भारत, अमेरिका, रूस और मध्य पूर्व में राजनीतिक तनाव बढ़ेगा।
युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है, विशेषकर चीन-ताइवान, इजराइल-फिलिस्तीन और यूक्रेन-रूस के बीच।
3. भारत के लिए विशेष चेतावनी
भारत की कुंडली में शनि और राहु का प्रभाव अशुभ है। इसके कारण:
उत्तर और हिमालयन क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाएँ आ सकती हैं।
आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियाँ बढ़ेंगी, रुपये का मूल्य गिर सकता है।
राजनीतिक अस्थिरता और सामाजिक तनाव बढ़ सकता है।
भारत का भविष्य ज्योतिष और पंचांग के आधार पर (2025):
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 2025 में भारत की राशि मकर और कुंभ रहेगी, जो स्थिरता और प्रगति का संकेत देती है। शनि और गुरु की शुभ युति देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, विशेषकर तकनीकी और कृषि क्षेत्र में उन्नति होगी। हालांकि, राहु-केतु की चुनौतीपूर्ण स्थिति के कारण कुछ राजनीतिक और सामाजिक उठापटक देखने को मिल सकती है।
चंद्रमा की स्थिति अनुकूल होने से मानसून अच्छा रहेगा, जिससे किसानों को लाभ मिलेगा। मंगल की गोचर स्थिति सैन्य शक्ति और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी। वहीं, शुक्र की शुभ दशा कला, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में वृद्धि करेगी।
2025 में बृहस्पति का मिथुन राशि में प्रवेश देश के युवाओं के लिए शुभ है, जिससे शिक्षा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। हालांकि, ज्योतिषियों के अनुसार, सितंबर-अक्टूबर 2025 में कुछ प्राकृतिक आपदाओं की आशंका है, जिसके लिए सतर्कता आवश्यक होगी।
समग्र रूप से, भारत आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने वाला है, लेकिन कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
4. क्या इन त्रासदियों से बचा जा सकता है?
ज्योतिष केवल संभावनाएँ बताता है, नियति नहीं। कुछ उपाय करके हम इनके प्रभाव को कम कर सकते हैं:
ज्योतिषीय उपाय: शनि, राहु और केतु की शांति के लिए दान, मंत्र जाप और पूजा करें।
वैज्ञानिक तैयारी: प्राकृतिक आपदाओं के लिए पहले से तैयार रहें।
सामाजिक एकता: संकट के समय लोगों की मदद करें।
निष्कर्ष
ज्योतिष के अनुसार, 2025 का समय विश्व के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। प्राकृतिक आपदाएँ, आर्थिक संकट, राजनीतिक हिंसा और नई बीमारियाँ मानवता के सामने बड़ी परीक्षा ला सकती हैं। हालाँकि, सतर्कता और सही योजना से हम इन संकटों का सामना कर सकते हैं।
"ग्रहों के प्रभाव से डरें नहीं, बल्कि सजग रहें और सकारात्मक कदम उठाएँ।"
इस लेख का उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना है, न कि भय उत्पन्न करना। आने वाले समय में सतर्क और एकजुट रहकर हम किसी भी संकट का सामना कर सकते हैं।
लेखक: Dr. Prashanth
ज्योतिष विशेषज्ञ
(नोट: यह लेख केवल ज्योतिषीय विश्लेषण पर आधारित है। किसी भी भविष्यवाणी को अंतिम सत्य न मानें।)


Insights
Personalized horoscopes and expert astrological guidance.
Contact us
support@acharyajee.in
© 2025 All rights reserved Acharya Jee Services.
Secure
We are available 24x7 on Chat Support.


Corporate Info.
Services
Terms & Condition
Disclaimer
About us
Privacy Policy
Private & Confidential
Secure Payment
Varified Astrologer






Social Media
Refund & Return Policy


Kundali
Face Reading
MatchMaking
Numerology
Vastu
Palmistry
Psychological Guidence & Counselling
Online Consultation Service
Talk To Astrologer | Chat With Astrologer | Online Astrology consultation | Marriage Astrologers | Face Reader | Love Astrologer | Career Astrologer | Vedic Astrologer | Vastu Consultant | Financial Astrologer.
Email-